Poem in hindi
आज अचानक यूँ दिल से मेरे आवाज़ आई
आज अचानक यूँ दिल से मेरे आवाज़ आई
दिल ने कहा
दिल ने कहा
आज रात बड़ी जवान आई
तुम हसीन हम हसीन को एक साथ लाई
उस अँधेरी और ख़ामोशी में
कुछ आवाज़ तुम्हारे ज़ोर से धड़कते हुए दिल की आई
हाथ जो तुम ने मेरा थामा
एक सनाटा सा चारों ओर छाया
जब हवा की सनसनाहट और
बारिश की बूंद की टिप-टिप ने
जब हवा की सनसनाहट और
बारिश की बूंद की टिप-टिप ने
एक प्यार का एहसास दिलाया
दिल ने तुम्हें और पास लाना चाहा
तुम्हें अपनी बाहों में रख कर रात गुजारूं
तुम्हें अपनी बाहों में रख कर रात गुजारूं
दिल ये सोच कर ही लह्लाया
दिल ने कहा
दिल ने कहा
क्यूँ मुझ पर इतना ज़ुल्म करते हो
क्यूँ मुझ पर इतना ज़ुल्म करते हो
आँखों में सपने रखते हुए
क्यूँ अपनी रातें तन्हा गुज़ारते हो
कह दो उस दिलबर से अपनी दिल की बात
कह दो उस दिलबर से अपनी दिल की बात
की याद सदा तुम आते हो
याद सदा तुम आते हो
आज अचानक यूँ दिल से मेरे आवाज़ आई
दिल ने कहा
दिल ने कहा
आज रात बड़ी जवान आई
तुम हसीन हम हसीन को एक साथ लाई
उस अँधेरी और ख़ामोशी में
कुछ आवाज़ तुम्हारे ज़ोर से धड़कते हुए दिल की आई
हाथ जो तुम ने मेरा थामा
एक सनाटा सा चारों ओर छाया
जब हवा की सनसनाहट और
बारिश की बूंद की टिप-टिप ने
जब हवा की सनसनाहट और
बारिश की बूंद की टिप-टिप ने
एक प्यार का एहसास दिलाया
दिल ने तुम्हें और पास लाना चाहा
तुम्हें अपनी बाहों में रख कर रात गुजारूं
तुम्हें अपनी बाहों में रख कर रात गुजारूं
दिल ये सोच कर ही लह्लाया
दिल ने कहा
दिल ने कहा
क्यूँ मुझ पर इतना ज़ुल्म करते हो
क्यूँ मुझ पर इतना ज़ुल्म करते हो
आँखों में सपने रखते हुए
क्यूँ अपनी रातें तन्हा गुज़ारते हो
कह दो उस दिलबर से अपनी दिल की बात
कह दो उस दिलबर से अपनी दिल की बात
की याद सदा तुम आते हो
याद सदा तुम आते हो
Comments